बोली कर्कश बुझ, चाहे बात मिठरस
हमर गंवईपन पे मत दिह हँस
दिलवा के साफ बानी, हम भोजपुरिया |
हमर गंवईपन पे मत दिह हँस
दिलवा के साफ बानी, हम भोजपुरिया |
बात ना विशेष बा, स्नेह आ सनेश बा
हम हंई मलंग, ना कवनो कलेश बा
प्रेम बेहिसाब बांटीं, हम भोजपुरिया |
हम हंई मलंग, ना कवनो कलेश बा
प्रेम बेहिसाब बांटीं, हम भोजपुरिया |
गाँव के गंवार बुझीं भा शहर के सयाना
भेष भी भदेश बा, चाल बा पुराना
माटी से लगाव हमारा, हम भोजपुरिया |
भेष भी भदेश बा, चाल बा पुराना
माटी से लगाव हमारा, हम भोजपुरिया |
मोछ के हम पक्का, हथवे में प्राण राखीं
पक्का हम जुबान के अंजुरी में चान राखीं
कवनो मलाल नइखे, हम भोजपुरिया |
पक्का हम जुबान के अंजुरी में चान राखीं
कवनो मलाल नइखे, हम भोजपुरिया |
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