Saturday, August 1, 2015

भोला बाबा, रवा ठीक बानी नू !?

साभार-श्रीन्यूज डॉट कॉम

हे भोला बाबा ! आज से सावन शुरू बा, भदइया बेंग लेखा राउर भगत लोग के जमात पैदा हो गइल बा । रवा गंजेड़ी भंगेड़ी रहीं की ना अब के जाने बाकी भगत लोग राउरे नावें आपन मन के मतवाला जरूर बनाई । 
अब कुछ भगत लोग अपना के भोला के सेना कहेला लोग । अब सेना चली , त अस्त्र शस्त्र चहबे करी... त ए बाबा, रउरा त्रिशूले भांजी... भगत लोग हॉकी सटीक , तमंचा, गुप्ती , तलवार भाला सब से लैस बा । अब चुनावी टिकट से पहिले नेता लोग आपन शक्ति प्रदर्शन करे ला, ओइसही ई भगत लोग अपना के एक दोसरा से जब्बर देखाई। अब रवा के चिन्हे के बा की कवन भगत बरियार बा ।

कुछ भोजपुरिया भगत लोग जे साल भ लहंगा रिमोट चोली कुर्ती के बटन में आपन सुर ताल के अझुरईले रहे, उहे सुरताल पे राउर भजन गा के औघड़ बन जायी लोग । अब रावा लोलिपोप के धुन पे तांडव जनी करब। कमर दोमे भर के काम बा ।

मौसम भी दोरस करत बा, कभी बरखा बुनी त कभी पसीना से चुनचुनी । आ ओपे सेकेंड सेकेंड पे पानी उझिलात। बाबा रवा बड़ा फेरा में पड़ल बानी... पानी में बोथईला से सर्दी बोखार आ देह में दरद नईखे नू ? होइबो करी त के देखेवाला बा ? कराहत होखब त बम बम के आवाज में भला के सुनो... जाये दीं ए बाबा ! होत फजीराहे एक पाता कालपोल आ सिट्रीजिन चढ़ाईब । निमुस्लाइड बैन बा, बाकी एहिजा खूब मिलेला । अब जान बुझ के गलत दवाई ना चढ़ाईब । लहसुन त खाईं ना ? ना त एकपोटिया लहसुन के चाय मे खौला के पियति त आराम मिलित । एक पाकिट बाबा रामदेव वाला दिव्य पेय चढ़ाईब, आपन मलकिनी से काढ़ा अवंटवा लेब । भोरे भेंट करब, तब ले बम बम

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